दुधवा टाइगर रिजर्व एक संरक्षित क्षेत्र है. यह मुख्य रूप से लखीमपुर खीरी और बहराइच जिले में फैला हुआ है.
दुधवा टाइगर रिजर्व करीब 1284 किमी क्षेत्रफल में फैला है.
इसमें दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य शामिल है.
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा और जैव विविधता वाला क्षेत्र है.
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान दुनिया भर में बाघ और बारहसिंगा के लिए प्रसिद्ध है.
यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां मेंढक की पूजा होती है.
लखीमपुर खीरी जिले के ओयल कस्बे में स्थित इस मंदिर का निर्माण चाहमान वंश के राजा बख्श सिंह ने कराया था.
इसे गोला और छोटी काशी भी कहा जाता है. यह लखीमपुर खीरी जिले में स्थित एक नगर है.
लखीमपुर खीरी शहर के पास स्थित पौराणिक लिलौटीनाथ मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है.
मान्यता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान भगवान कृष्ण के कहने पर यहां शिवलिंग की स्थापना की थी.