यूपी का आजमगढ़ जिला प्रदेश के पूर्वी जिलों में आता है. यह प्राचीन समय में कोसल राज्य का हिस्सा था.
आजमगढ़ को ऋषि दुर्वासा की भूमि के रूप में भी जाना जाता है, जिसका आश्रम फूलपुर तहसील में स्थित था.
आज़मगढ़ की स्थापना साल 1665 में शाहजहां के शासनकाल के दौरान हुई थी. यह तमसा (टोंस) नदी के तट पर स्थित है
फुलवारिया नामक प्राचीन ग्राम के स्थान पर राजा विक्रमजीत सिंह के बेटे आजम ख़ान ने ही इस नगर की स्थापना की थी.
विक्रमाजीत परगना निज़ामाबाद में मेहनगर के गौतम राजपूतों के वंशज थे, जिन्होंने अपने कुछ पूर्ववर्तियों की तरह इस्लाम अपनाया था.
उनकी मुस्लिम पत्नी थी, जिससे दो बेटे आज़म और अज़मत हुए. आज़म ने अपने नाम पर शहर का नाम आज़मगढ़, और किला को नाम दिया.
जबकि अज़मत ने परगना सगरी में किले और अज़मतगढ़ बाजार का निर्माण करवाया.
18 दिसंबर, 1832 को यह एक जिला बना और सर थॉमसन को नवनिर्मित जिला “आजमगढ़” का पहला कलेक्टर नियुक्त किया गया.
आज़मगढ़ में 8 तहसीलें जो सदर, बूढ़नपुर, सगड़ी, लालगंज, मार्टिनगंज, मेंहनगर, निज़ामाबाद, फूलपुर हैं.
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