कौन था इस्लाम कबूल करने वाला राजपूत राजा, जिसके बेटे के नाम पर बना आजमगढ़

Shailjakant Mishra
May 16, 2024

कोसल राज्य का हिस्सा

यूपी का आजमगढ़ जिला प्रदेश के पूर्वी जिलों में आता है. यह प्राचीन समय में कोसल राज्य का हिस्सा था.

दुर्वासा ऋषि की भूमि

आजमगढ़ को ऋषि दुर्वासा की भूमि के रूप में भी जाना जाता है, जिसका आश्रम फूलपुर तहसील में स्थित था.

कब हुई स्थापना

आज़मगढ़ की स्थापना साल 1665 में शाहजहां के शासनकाल के दौरान हुई थी. यह तमसा (टोंस) नदी के तट पर स्थित है

कैसे पड़ा नाम

फुलवारिया नामक प्राचीन ग्राम के स्थान पर राजा विक्रमजीत सिंह के बेटे आजम ख़ान ने ही इस नगर की स्थापना की थी.

अपनाया इस्लाम धर्म

विक्रमाजीत परगना निज़ामाबाद में मेहनगर के गौतम राजपूतों के वंशज थे, जिन्होंने अपने कुछ पूर्ववर्तियों की तरह इस्लाम अपनाया था.

आजम के नाम पर शहर

उनकी मुस्लिम पत्नी थी, जिससे दो बेटे आज़म और अज़मत हुए. आज़म ने अपने नाम पर शहर का नाम आज़मगढ़, और किला को नाम दिया.

जबकि अज़मत ने परगना सगरी में किले और अज़मतगढ़ बाजार का निर्माण करवाया.

1832 को बना जिला

18 दिसंबर, 1832 को यह एक जिला बना और सर थॉमसन को नवनिर्मित जिला “आजमगढ़” का पहला कलेक्टर नियुक्त किया गया.

8 तहसीलें

आज़मगढ़ में 8 तहसीलें जो सदर, बूढ़नपुर, सगड़ी, लालगंज, मार्टिनगंज, मेंहनगर, निज़ामाबाद, फूलपुर हैं.

Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारियां इंटरनेट पर आधारित तथ्यों पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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