15 अगस्त 1947 की तारीख भारत के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. इसी दिन देश को आजादी मिली थी.
लेकिन क्या आप जानते हैं यूपी में एक शहर ऐसा भी है, जिसको दो साल बाद आजादी मिली थी. चलिए जानते हैं.
यूपी के इस शहर का नाम है रामपुर. भारत के स्वतंत्र होने पर हर तरफ जश्न का माहौल था लेकिन इस ऐतिहासिक दिन रामपुर में कर्फ्यू लगा था.
आगजनी, उपद्रव और हत्याओं की घटनाएं सामने आ रही थीं. हाईकोर्ट और रियासत के गृहमंत्री की गाड़ी में भी आगजनी की गई.
पुलिसकर्मी समेत कई लोगों की हत्याएं हुई थीं. रामपुर को दो साल खूनी हिंसा के बाद आजादी का जश्न मनाने का मौका मिला था.
रामपुर में नवाबों की रियासत हुआ करती थी. जो करीब 175 साल रही.
रामपुर के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे थे. जिसके बाद अंतिम नवाब रजा अली खान ने विलय की मंजूरी दी थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक आजादी के करीब दो साल बाद 30 जून 1949 को रामपुर का संयुक्त प्रांत में विलय हुआ था.
रामपुर को जब आजादी मिली तो शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था. सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन किए गए और जमकर जश्न मना.