रामपुर की गली गली में मिलने वाला यह हलवा स्वाद में बेहद लाजवाब होता है.
इस लाजवाब मिठाई के दीवाने पूरी दुनिया में मिलते हैं.
रामपुर के दुकानदारों के अनुसार इसकी शुरूआत रामपुर के नबाब हामिद अली ने की थी.
नवाब के अफ्रीकी हकीम ने एक बार सभी जड़ी बूटी के साथ कई तरह के मेवे, दूध और देशी घी से इसे बनाया था.
हकीम द्वारा बनाया गया हलवा नवाब को बेहद पसंद आया और तभी से इसका नाम हब्शी हलवा पड़ गया.
रामपुर में मिलने वाला यह हलवा खास से आम सभी लोगों के लिए उपलब्ध है.
दूध, चीनी, देसी घी, सूजी के साथ सभी जड़ी बूटियों के अलावा बादाम और पिस्ता मिलाकर यह हलवा तैयार किया जाता है.
रामपुर के इस हलवे का खाकर भारत से लेकर दुनिया में सात समंदर पार रहने वाले लोग भी इसे एक बार खाकर इसके फैन हो जाते हैं.