अयोध्या के भव्य राम मंदिर मे रामलला के विराजमान होने के बाद यहां धूमधाम से रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा.
अगर आप राम नवमी पर अयोध्या नहीं जा सकते हैं तो यूपी के कई जिलों में भी राम मंदिर हैं. जहां आप दर्शन कर सकते हैं.
अवध क्षेत्र में बने मंदिरों की खास पहचान है. लखनऊ के राजाजीपुरम स्थित टिकैत राय तालाब क्षेत्र में एक ऐसा ही राम जानकी मंदिर स्थापित है, जिसे लोग छोटी अयोध्या के नाम से जानते हैं.
अयोध्या के अलावा रामपुर में भी भगवान राम का मंदिर है. 2016 में इसका निर्माण रामभक्त ने कराया था. अयोध्या से राम ज्योति आई थी. रामनगरी में कार सेवा के दौरान रामभक्त ने इस मंदिर को बनवाने का संकल्प लिया था. रोजाना काफी संख्या में भक्त पूजा-पाठ के लिए पहुंचते हैं.
88 हजार ऋषि मुनियों की पावन तपोभूमि नैमिष में भी भगवान राम की अयोध्या है. इसे छोटी अयोध्या अथवा अयोध्या हार के नाम से जाना जाता है. प्रभु श्रीराम जब अयोध्यावासियों के साथ नैमिष आए थे, तब इसी स्थान पर विश्राम किया था. यहां राम दरबार के अलावा हनुमान जी का मंदिर है.
चित्रकूट में श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता की स्मृतियां जगह-जगह विद्यमान हैं. यहां कामदगिरी में ऐसा लगता है साक्षात श्रीराम यहां विराजमान हैं. कामतानाथ श्रीराम के स्वरूप माने जाते हैं
आगरा में भगवान राम के मंदिर और उनक भक्तों की संख्या भी कम नहीं है. लोहामंडी स्थित जटपुरा खातीपाड़ा में शहर का प्राचीनतम राम मंदिर है. यहां स्थापित भगवान के विग्रह पुरातत्व महत्व वाले हैं.
बरेली का अलखनाथ मंदिर करीब 300 साल पुराना माना जाता है. यहां भगवान के अद्भुत दर्शन होते हैं.
देवरिया जिले के बैकुंठ पुर में भगवान राम का प्रसिद्ध मंदिर है. यहां हर साल भगवान राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघन की शादी की जाती है.