यूपी में यहां 5 नदियों का संगम, दो जिलों के बॉर्डर पर है बहती

Shailjakant Mishra
Oct 03, 2024

नदियां

भारत में नदियों को पवित्र माना गया है. यहां पर उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक कई छोटी-बड़ी नदियां बहती हैं.

संगम

इनमें से कई नदियां एक खास बिंदु पर आकर दूसरी नदी में मिल जाती हैं. ऐसे स्थानों को संगम कहा जाता है.

प्रयागराज में संगम

प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन होता है.

5 नदियों का संगम

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है, जहां 1-2 नहीं बल्कि 5 नदियों का संगम होता है.

उमड़ते हैं श्रद्धालु

इस स्थल पर स्नान करने के लिए हर श्रद्धालु उमड़ते हैं. आइए जानते हैं कि भारत में यह अनोखी जगह कहां पर है.

कहां स्थित है?

यह अनोखी जगह यूपी में इटावा और जालौन की सीमा के पास स्थित है. इस जगह को 'पंचनद' (Panchnad) के नाम से जाना जाता है.

5 नदियों का संगम

स्थानीय लोगों के मुताबिक दुनिया में यह इकलौती जगह है, जहां पर 5 नदियों का संगम देखने को मिलता है.

मिलती हैं ये नदी

इस जगह पर चंबल, कुंवारी, सिंध, यमुना और पहज नदियों का मिलन होता है.

महातीर्थराज नाम

'पंचनद' (Panchnad) को काफी लोग महातीर्थराज के नाम से पुकारते हैं. इस स्थल के बारे में कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं.

कई कहानियां प्रचलित

कहते हैं कि महाभारत काल में भ्रमण के दौरान पांडव 'पंचनद' (Panchnad) के पास रुके थे, वहीं भीम ने बकासुर का वध किया था.

ये कहानी भी

एक अन्य कहानी ये है कि तुलसीदास जी ने महर्षि मुचकुंद की परीक्षा लेने के लिए पंचनद की पदयात्रा शुरू की.

नहीं खत्म हुआ कमंडल का जल

वहां पहुंचकर तुलसीदास जी ने पानी पिलाने का आग्रह किया, जिस पर महर्षि मुचकुंद ने अपने कमंडल से जल छोड़ा. कहते हैं कि कमंडल से गिरा वह जल कभी खत्म नहीं हुआ.

Disclaimer

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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