उत्तराखंड के हल्द्वानी से महाज 5 किलोमीटर और काठगोदाम से 2 किलोमीटर दूर है सिमलखेल गौला बांध और उस पर पुल बना है.
हल्द्वानी के पर्यटन स्थलों में गौला बांध शामिल है, जो गार्गी नदी पर बना है. यह हिमालय से निकलकर रामगंगा में मिल जाती है. यह नदी काठगोदाम से भी गुजरती है, जो शानदार टूरिस्ट प्लेस है.
इस नदी पर बना झूला पुल पर्यटकों को आकर्षित करता है. अपनी खूबसूरती से यह बड़ा पिकनिक स्पॉट बन चुका है.
गौला नदी को किच्छा भी बोलते हैं. यह नदी सात ताल से निकल कर उत्तर प्रदेश में बरेली से 15 किमी दूर रामगंगा नदी में मिल जाती है.
गौला नदी को स्वच्छ और संरक्षित करने के लिए इस योजना के तहत परियोजनाएं चलाई जा रही हैं.
हल्द्वानी और काठगोदाम के बीच 9 किलोमीटर का रिवरफ्रंट विकसित किया जा रहा है, जो सुरक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देगा.
गौला नदी उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है और यह हल्द्वानी से होकर गुजरती है.
गौला नदी क्षेत्रीय जैव विविधता को संरक्षित करने में मदद करती है और वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण है.
बरसात के दौरान नदी में अधिक पानी आने से बाढ़ और मलबे के कारण रेलवे स्टेशन, पुल और स्टेडियम को नुकसान पहुंचता है.
नदी में जमा भारी मात्रा में मलबे को हटाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा योजना तैयार की गई है.