पहली भारतीय ट्रेन जिसका डिजाइन और निर्माण पूरी तरह से भारत में ही हुआ है.
यह एक भारतीय रेल की एक पैसेंजर रेल सेवा है. जिसमें कुल 22 डिब्बे होते हैं.
भारत की तेज गति और लंबी रेलगाड़ियों में शताब्दी एक्सप्रेस का नाम आता है.
लेकिन अब वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे लंबी ट्रेन बनने जा रही है.
भारतीय रेल ने अपनी नई योजना के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस में 24 डिब्बों को प्रयोग करने का फैसला लिया है.
भारतीय रेल ने अपने 35,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली वंदे भारत सेमी-हाई स्पीड ट्रेन टेंडर को बदला है.
24 डिब्बों वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को पहला नमूना सितंबर 2025 तक आ जाएगा.
इस ट्रेन को रेल मंत्रालय की कंपनी RVNL, रूसी इंजीनियरिंग कंपनी Metrowagonmash और Locomotive Electronic Systems मिलकर तैयार करेंगे.
पहले नमूने के सफल परीक्षण के बाद अगले एक साल में ट्रेन का नार्मल प्रोडक्शन शुरू कर दिया जाएगा.