जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा सूबा है और यहां तमाम धर्मों के लोग रहते हैं.
क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला छोटा पंजाब के रूप में भी जाना जाता है. अगर नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे.
लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सिखों की सबसे बड़ी संख्या का घर है. यानी यूपी में सबसे ज्यादा सिख यहीं पर रहते हैं.
लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. इसका कुल क्षेत्रफल 7680 वर्ग किमी है. यह लखनऊ से करीब 130 किमी दूर है.
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की कुल 6,43,500 सिखों में से 94,388 यानी 15 फ़ीसदी लखीमपुर खीरी में रहती थी.
राज्य की आबादी में सिखों की हिस्सेदारी 0.32 फ़ीसदी थी, जबकि लखीमपुर खीरी में यह 3.24 फ़ीसदी थी. लखीमपुर खीरी में ज़्यादातर सिख किसानी से जुड़े हुए हैं.
तराई के पांच जिलों लखीमपुर के बाद पीलीभीत, शाहजहांपुर, बिजनौर और रामपुर में सबसे ज्यादा सिख हैं.
ये सभी बंटवारे के समय और बाद के दिनों में पंजाब से यहां आकर बसे. उत्तराखंड का उधमसिंह पुर जिला इस पूरे इलाके में सिखों का गढ़ माना जाता
तराई इलाके के अधिकतर सिख आबादी गांवों में रहती है और वे पंजाब-हरियाणा की तरह गेहूं-धान जैसी फसल उपजाती हैं.
क्षेत्रफल के हिसाब से लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. इसका कुल क्षेत्रफल 7680 वर्ग किमी है. यह लखनऊ से करीब 130 किमी दूर है.
लखीमपुर खीरी में घूमने की कई जगहें हैं, जिनमें दुधवा नेशनल पार्क, किशनपुर अभयारण्य, मेंढक मंदिर, सूरत भवन महल, संकटा देवी मंदिर, गोला गोकर्ण नाथ मंदिर जिसे छोटी काशी के नाम से भी जानते हैं.