क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड देवभूमि के नाम से क्यों प्रसिद्ध है, यहां पढ़ें
उत्तराखंड राज्य 9 नवम्बर 2000 को बना. उससे पहले यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश का भाग था.
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, इसके पीछे कई कारण हैं..
भारत से सबसे पवित्र नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती नदी का उद्धम उत्तराखंड से ही होता है.
पांडवों से लेकर कई महान राजाओं, ऋषि मुनियों और साधु संतों ने तप करने के लिए इस स्थान को चुना.
उत्तराखंड के प्रसिद्ध मंदिर त्रियुगीनारायण में माता पार्वती और शिव का विवाह हुआ था.
उत्तराखंड में चार धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ मौजूद हैं.
उत्तराखंड में भगवान शिव के पांच मंदिर हैं जिन्हे पांच केदार कहते हैं - केदारनाथ, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमहेश्वर, कल्पेश्वर
भगवान शिव की तरह यहां भगवान विष्णु के पांच सिद्ध मंदिर हैं - बद्रीनाथ, ध्यानबद्री , वृद्धबद्री, योगबद्री , भविष्यबद्री
उत्तराखंड में पांच जगह नदियों का संगम होता है - देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, नन्दप्रयाग, और विष्णुप्रयाग.
इसके अलावा यहां अन्य कई देवी देवताओं के मंदिर हैं जो बहुत प्राचीन और भव्य हैं. देवताओं के निवास के कारण इसे देवभूमि कहते हैं.