भाई हैं घर से दूर, तो 100 साल पुराने तरीके से ऐसे मनाएं भाई दूज... मिलेगी लंबी उम्र

Zee News Desk
Nov 07, 2023

भाई दूज की धूमधाम

भाई-बहन का त्यौहार भाई दूज बड़ी धूमधाम से कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है.

भाइयों के माथे पर तिलक

इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं और भाइयों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं.

यमराज के भय से मुक्त

इससे आपका भाई यमराज के भय से मुक्त हो जाएगा. उसके ऊपर यमराज का प्रकोप नहीं होगा.

भाई आपने बहन से दूर

लेकिन अगर आपके भाई आपसे दूर हैं तो आगे की स्लाइड में बताए गए नियमों का पालन करें.

सूर्योदय से पहले स्नान

भाई दूज के दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर लें. साथ ही मंदिर के सभी सामानों को भी अच्छे से साफ कर लें.

नारियल के गोले

आपके जितने भी भाई आपसे दूर हैं उतनी संख्या में नारियल के गोले लेकर आएं. फिर चौकी पर पीले रंग के वस्त्र को चढ़ाकर वहां पर उन गोलों को स्थापित कर दें.

गोले को गंगाजल से स्नान

फूल के ऊपर चावल रखकर उस पर गोले को रख दें. बाद में गोले को गंगाजल से स्नान कराकर रोली व चावल से तिलक करें.

गोलों की आरती

पूजा के बाद मिठाई का भोग लगाएं और फिर उन नारियल के गोलों की आरती उतारें.

पीले रंग के कपड़े

आरती के बाद उन्हें पीले रंग के कपड़े से ढक कर शाम तक छोड़ दें. पूजा के बाद अपने भाई की लंबी आयु और कष्टों से मुक्ति के लिए यमराज से प्रार्थना करें.

गोलों को भाई के पास भेजें

अगले दिन नारियल के उन गोलों को पूजा स्थल से उठाकर अपने पास सुरक्षित रख लें. अगर संभव हो तो गोलों को भाई के पास भेज दें.

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