नवरात्रि के आठवें और नवमी के दिन कन्या पूजन करने का विशेष महत्व है. महाष्टमी और महानवमी पर कन्या पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं.
कन्या पूजन
कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है. मातारानी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए कन्याओं की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है.
क्या होता है?
पूजन के दौरान कन्या स्वरूम देवियों को फल, फूल, मिठाई, श्रृंगार और उपहार दिए जाते हैं.
9 कन्याओं की पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन में 9 कन्याओं और एक लोकड़े यानी लड़के को बैठाया जाता है.
पूजन का महत्व
कन्या पूजन में हर एक कन्या की पूजा करने का अलग-अलग धार्मिक महत्व होता है. कहा जाता है कि एक कन्या का पूजन करने से ऐश्वर्या, दो कन्याओं की पूजा से भोग और मोक्ष मिलता है.
मां का आशीर्वाद
तीन कन्याओं के पूजन से अर्थ, धर्म और कर्म का आशीर्वाद मिलता है. चार कन्याओं की पूजा करने से राज्यपद का आशीर्वाद मिलता है.
विद्या-सिद्धी का आशीर्वाद
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पांच कन्याओं के पूजन से विद्या और छह के पूजन से छह तरह की सिद्धी मिलती है.
वहीं सात कन्याओं के पूजन से सौभाग्य और आठ के पूजन से सुख संपदा का आशीर्वाद मिलता है.
नौ कन्याओं की पूजा
मां दुर्गा के इन पवित्र नौ दिनों के दौरान नौ कन्याओं की पूजा करने से पृथ्वी के प्रभुत्व का आशीर्वाद मिलता है.