पिता के सामान होते हैं ये 3 लोग, इनका अपमान ला देगा आपका बुरा समय!

Saumya Tripathi
Oct 21, 2023

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में ऐसे 3 लोगों का वर्णन किया है, जिनका कभी भी अपमान नहीं करना चाहिए.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी विद्या देने वाले गुरु का भूलकर भी अपमान नहीं करना चाहिए.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, गुरु के बिना ज्ञान प्राप्त नहीं किया जा सकता है. इसलिए गुरु को पिता का दर्जा दिया गया है.

गुरु का अपमान करने वाले इंसान को जीवन में कदम-कदम पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

आचार्य चाणक्य कहते है कि जो इंसान पेट भरने यानी अन्न देने का काम करता है उसे पिता का दर्जा दिया गया है.

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र अन्न देने वालों की हमेशा सेवा करनी चाहिए और कभी भी इनका अपमान नहीं करना चाहिए.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, मनुष्य को डर से दूर रखने और आत्मविश्वास देने वाले व्यक्ति को हमेशा पिता की श्रेणी में रखा गया है.

चाणक्य शास्त्र में लिखा है कि इन लोगों की हमेशा सेवा करनी चाहिए और अनजाने में अगर अपमान हो जाए तो तुरंत माफी मांग लेनी चाहिए.

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