ये 3 लोग होते हैं पिता समान, इनका अपमान ला देगा बुरा समय

Pooja Attri
Oct 17, 2023

चाणक्य के मुताबिक शिक्षा देने वाले गुरू का कभी भी अपमान नहीं करना चाहिए.

गुरू के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं होती इसलिए शास्त्रों में गुरू को पिता का दर्जा दिया गया है.

जो इंसान गुरू का अपमान करता है उसका जीवन कठिनाईयों से भर जाता है.

आचार्ण चाणक्य के अनुसार जो मनुष्य आपको पेट भरने को अन्न देता है उसको भी शास्त्रों में पिता समान माना गया है.

चाणक्य के मुताबिक अन्न देने वाले इंसान का कभी अपमान नहीं करना चाहिए. इसकी हमेशा सेवा करनी चाहिए.

चाणक्य के अनुसार जो इंसान आपको भय से मुक्त रखता है. उस इंसान को भी शास्त्रों में पिता समान माना गया है.

आचार्य के अनुसार भयमुक्त रखने वाले इंसान का भी कभी अपमान नहीं करना चाहिए बल्कि हमेशा उसकी सेवा करनी चाहिए.

आचार्य चाणक्य के अनुसार अगर आप से अनजाने में इनका अपमान हो भी जाए तो तुरंत माफी मांग लेनी चाहिए.

चाणक्य के मुताबिक ये तीनों इंसान पिता समान होते हैं इसलिए इनका अपमान आपके जीवन में कठिनाई पैदा करता है.

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