Budget 2024: रेल बजट से जुड़ी इस परंपरा के बारे में शायद ही आप जानते होंगे

Zee News Desk
Jul 15, 2024

पुरानी परंपरा

23 जुलाई को मोदी सरकार 3.0 बजट पेश करने वाली है. मगर क्या आपको पता है कि रेल बजट से जुड़ी एक परंपरा थी, जिसको मोदी सरकार ने खत्म कर डाला.

क्या है ये परंपरा?

आइए जानते हैं रेल बजट से जुड़ी इस परंपरा के बारे में.

रेल और आम बजट

दरअसल, 2017 से पहले रेल बजट और यूनियन बजट अलग अलग पेश किया जाता था.

92 साल पुरानी परंपरा

2017 के बाद से मोदी सरकार ने 92 साल पुरानी इस परंपरा को तोड़कर रेल बजट को आम बजट के साथ पेश करने की नई परंपरा चलाई.

1924 खास है

1924 में पहली बार रेल बजट ब्रिटिश शासन के दौरान पेश किया गया था.

अंंतर क्या है?

2017 से पहले रेल बजट पेश किया जाता था और आम बजट में जैसे की शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और देश के आर्थिक विकास के बारे में बजट पेश किया जाता था.

पहला कॉमन बजट

पहला कॉमन बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री अरुण जेटली थे.

किसने की थी सिफारिश

इस नियम को बदलने के लिए नीति आयोग ने सरकार से सिफारिश की थी. जिसके बाद 92 साल पुराने इस नियम को 1 फरवरी, 2017 में बदल दिया गया.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

VIEW ALL

Read Next Story