प्रेम वत्स का दुनियाभर में बज रहा डंका, 64 रुपये से बने 11600 करोड़ के मालिक
Kriyanshu Saraswat
Mar 04, 2024
आईपीओ को लेकर चर्चा में
कनाडा के फेयरफैक्स ग्रुप और इसके सीईओ प्रेम वत्स इन दिनों चर्चा में हैं. उनकी कंपनी गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस के आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल गई है.
1985 में की शुरुआत
टोरंटो बेस्ड इस कंपनी की शुरुआत प्रेम वत्स ने 1985 में की थी. आज वह कनाडा में सबसे अमीर भारतीय हैं. उनका जन्म हैदराबाद में हुआ था.
64 रुपये लेकर गए कनाडा
जब वह कनाडा गए उनके पास केवल 8 डॉलर (उस समय के करीब 64 रुपये) थे. वहां पढ़ाई को जारी रखने के लिए उन्होंने भट्टियां और एयर कंडीशनर बेचना शुरू किया.
1985 से लगातार चेयरमैन
इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी शुरू करने का फैसला किया. इसका नाम उन्होंने फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स रखा. 1985 से वह लगातार कंपनी के चेयरमैन और सीईओ हैं.
कंपनी का कारोबार
शुरुआती 15 सालों में ही वह कंपनी को नई ऊंचाई पर ले गए. 2012 में उनकी कंपनी ने 8 बिलियन यूएस डॉलर (65,717 करोड़) का रेवेन्यू दर्ज किया.
पद्म श्री से नवाजा गया
कनाडा के वॉरेन बफेट के नाम से जाने जाने वाले प्रेम वत्स को जनवरी 2020 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया.
'ऑर्डर ऑफ कनाडा' भी मिला
इसके अलावा उन्हें कनाडा के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ कनाडा' से भी सम्मानित किया गया.
प्रेम वत्स की नेटवर्थ
आज वह कनाडा के सबसे अमीर भारतीय हैं और उनके पास 170 करोड़ यूएस डॉलर (करीब 11600 करोड़) की संपत्ति है.
वॉरेन बफेट को मानते हैं आदर्श
कनाडा जाकर शुरुआती दिनों में उन्होंने अपना खर्चा चलाने के लिए घर-घर जाकर होम अप्लायंस भी बेचे. वह वॉरेन बफेट को अपना आदर्श मानते हैं.