पीवीआर-मल्टीप्लेक्स में हमेशा ही पॉपकॉर्न इतने महंगे क्यों मिलते हैं? हमारे मूवी के टिकट से भी ज्यादा महंगे तो वहां पर मिलने वाले पॉपकॉर्न होते हैं.
जो पॉपकॉर्न बाहर मार्केट में 20 या 30 रुपये में मिल जाते हैं. वही, सिनेमा हॉल में 200-300 रुपये या इससे भी ज्यादा महंगे होते हैं.
मल्टीप्लेक्स में कॉमर्शियल स्पेस काफी महंगा होता है और इस वजह से इसमें GST और सर्विस टैक्स वगैरह भी जुड़े होते हैं, जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है.
यह मुद्दा पहले भी कई बार उठ चुका है तो कुछ समय पहले PVR के चेयरमैन अजय बिजली ने भी इस पर सफाई दी थी.
इस समय मल्टीप्लेक्स में भी काफी बदलाव हो रहा है. सिंगल स्क्रीन अब भी मल्टीप्लेक्स में बदल रहे हैं, जिस वजह से ऑपरेशनल कॉस्ट में काफी ज्यादा बढ़ गई है.
इस वजह से पीवीआर में खाने-पीने की चीजों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ समय पहले पीवीआर ने टिकट की कीमतों में भी इजाफा किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीवीआर हर साल टिकट के दामों में 5 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी करता है.