लंबे स्टडी सेशन के दौरान क्यों स्टूडेंट्स को क्यों लेने चाहिए छोटे-छोटे ब्रेक, जानिए ऐसे 10 कारण
Arti Azad
Aug 25, 2024
Short Study Breaks
लंबे स्टडी सेशन बिना ब्रेक के थकाऊ और कम प्रभावी हो सकते हैं. नियमित ब्रेक लेने से छात्रों को फोकस रखने में मदद मिलती है, स्ट्रेस कम होता है और सीखने की क्षमता में सुधार होता है.
बूस्ट कॉन्स्ट्रेशन
छोटे ब्रेक से छात्रों को नए फोकस और कॉन्स्ट्रेशन के साथ अपनी पढ़ाई पर लौटने में मदद मिल सकती है, जिससे ओवरऑल प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी.
मेंटल हेल्थ
बिना ब्रेक के लगातार पढ़ाई करने से मेंटली टायर्डनेस हो सकती है, छोटे-छोटे ब्रेक लेने से ब्रेन को आराम करने का मौका देकर इसे कम करने में मदद मिल सकती है.
समझने की क्षमता में सुधार
ब्रेक लेने से ब्रेन को जानकारी प्रोसेस करने और कंसोलिडेट करने की मौका मिलता है, जिससे मेमोरी रेटेंशन और समझने में सुधार होता है.
रिड्यूस स्ट्रेस
रेग्यूलर ब्रेक आराम करने और स्ट्रेसफ्री होने का समय देता है, जिससे तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलती है, जिससे जलन और चिंता को रोका जा सकता है.
बढ़ती है क्रिएटिविटी
स्टडी मटेरियल से दूर जाने से क्रिएटिविटी को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे ब्रेक से लौटने पर अलग-अलग परस्पेक्टिव से प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हैं.
इम्प्रूव मूड
ब्रेक लेने से मूड और मोटिवेशन बढ़ सकती है, जिससे स्टडी सेशन ज्यादा मजेदार हो जाएगा और काम-काज कम हो जाएगा.
इनकरेज बैटर स्टडी हैबिट
ब्रेक शेड्यूल करने से स्टूडेंट्स को एक बैलेंस स्टडी रूटीन बनाने, हेल्थ और ज्यादा इफेक्टिव स्टडी हैबिट्स को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है.
प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल
ब्रेक लेने से जटिल समस्याओं को नए परस्पेक्टिव और बेहतर प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल के साथ देखने के लिए जरूरी मेंटल डिस्टेंस मिल सकती है.
छोटे-छोटे ब्रेक से छात्रों को बड़ी मात्रा में जानकारी इकट्ठी नहीं करनी पड़ती, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई को ज्यादा मैनेजेबल चंक्स में निपटाने की मौका मिलता है.