12वीं में ली थी कॉमर्स स्ट्रीम, तो जानें किस कोर्स को करने से बनेगा बेहतरीन करियर
Kunal Jha
Apr 05, 2024
1. बीकॉम (B.Com):
यह कॉमर्स स्ट्रीम का सबसे लोकप्रिय ग्रेजुएशन कोर्स है. यह छात्रों को अकाउंटिंग, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स और बिजनेस मैनेजमेंट जैसे विषयों की जानकारी देता है. बीकॉम के बाद छात्र एमकॉम, एमबीए, सीए, सीएस या अन्य प्रोफेशनल कोर्स कर सकते हैं.
2. बीबीए (BBA):
यह बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन कोर्स है. यह छात्रों को बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट जैसे विषयों की जानकारी देता है. बीबीए के बाद छात्र एमबीए या अन्य प्रोफेशनल कोर्स कर सकते हैं.
3. बीएमएस (BMS):
यह बिजनेस मैनेजमेंट स्टडीज में ग्रेजुएशन कोर्स है. यह छात्रों को बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस और ऑपरेशन्स मैनेजमेंट जैसे विषयों की जानकारी देता है. बीएमएस के बाद छात्र एमबीए करके बेहतरीन करियर बना सकते हैं.
4. चार्टर्ड एकाउंटेंट (Chartered Accountant):
यह अकाउंटेंसी और फाइनेंस का एक प्रोफेशनल कोर्स है. यह छात्रों को अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, टैक्सेशन, कॉस्टिंग और फाइनेंस जैसे विषयों की जानकारी देता है. सीए बनने के लिए छात्रों को तीन स्तरों की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है.
5. कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary):
यह कंपनी लॉ और कॉर्पोरेट गवर्नेंस का एक प्रोफेशनल कोर्स है. यह छात्रों को कंपनी लॉ, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, कॉर्पोरेट फाइनेंस और टैक्सेशन जैसे विषयों की जानकारी देता है. सीएस बनने के लिए भी छात्रों को तीन स्तरों की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है.
6. एलएलबी (LLB):
यह लॉ में ग्रेजुएशन कोर्स है. यह छात्रों को कॉन्ट्रैक्ट लॉ, क्रिमिनल लॉ, टैक्स लॉ, फैमिली लॉ और कॉर्पोरेट लॉ जैसे विषयों की जानकारी देता है. एलएलबी के बाद छात्रों को वकील, जज, प्रोफेसर या अन्य कानूनी क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलता है.
यह कॉस्टिंग और मैनेजमेंट अकाउंटिंग का एक प्रोफेशनल कोर्स है. यह छात्रों को कॉस्टिंग, मैनेजमेंट अकाउंटिंग, फाइनेंस और टैक्सेशन जैसे विषयों की जानकारी देता है. एसीएमए बनने के लिए छात्रों को दो स्तरों की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है.
यह फाइनेंस और इन्वेस्टमेंट का एक प्रोफेशनल कोर्स है. यह छात्रों को फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और इकोनॉमिक्स जैसे विषयों की जानकारी देता है. सीएफए बनने के लिए छात्रों को तीन स्तरों की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है.
9. एमबीए (MBA):
यह बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री कोर्स है. यह छात्रों को बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट और ऑपरेशन्स मैनेजमेंट जैसे विषयों की जानकारी देता है. एमबीए के बाद छात्रों को बेहतर करियर के अवसर मिलते हैं.
यह फाइनेंशियल प्लानिंग का एक प्रोफेशनल कोर्स है. यह छात्रों को फाइनेंशियल प्लानिंग, इन्वेस्टमेंट, रिटायरमेंट प्लानिंग और टैक्स प्लानिंग जैसे विषयों की जानकारी देता है. सीएफपी बनने के लिए छात्रों को एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है.