आईएएस अफसर बनने के लिए हर साल लाखों कैंडिडेट्स सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं. दरअसल आईएएस अफसर को बेहतरीन सैलरी के अलावा कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं.
ग्रेजुएशन के बाद उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
सबसे पहले उन्हें प्री एग्जाम में शामिल होना पड़ता है. इसे पास करने के बाद मेंस परीक्षा होती है.
यूपीएससी में सेलेक्शन का फाइनल स्टेज इंटरव्यू होता है. इन तीनों स्टेज को पार करके मेरिट लिस्ट में जगह बनाने वाले उम्मीदवारों को सेलेक्ट कर लिया जाता है.
खास बात यह है कि इसमें जिन लोगों की सबसे अच्छी रैंक होती है, उन्हें आईएएस सेवा अलॉट की जाती है.
एक ट्रेनी आईएएस अफसर को शुरुआत में 7वें वेतन आयोग के हिसाब से हर महीने 56100 रुपये बेसिक सैलरी दी जाती है.
इसके अलावा कई तरह के भत्ते उन्हें दिए जाते हैं. उनकी ओवरऑल सैलरी करीब 1 लाख रुपये महीना पर पहुंच जाती है. समय के साथ-साथ सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती है.
जब कोई आईएएस अफसर कैबिनेट सेक्रेटरी के पद पर पहुंच जाता है तो उसे करीब 2,50,000 रुपये महीना सैलरी दी जाती है.
आईएएस का सबसे ऊंचा पद कैबिनेट सेक्रेटरी होता है. सबसे ज्यादा सैलरी भी इसी पद पर मिलती है.