लूडो को कई जगहों पर "पच्चीसी" भी कहते हैं. यह नाम इसके खेलने के तरीके से जुड़ा है.
यह खेल दो से चार खिलाड़ियों के बीच खेला जा सकता है. इस खेल में प्रत्येक खिलाड़ी को चार गोटियां मिलती हैं.
इसमें खिलाड़ी अपनी गोटियों को बोर्ड के चारों ओर घुमाते हैं और उन्हें घर (starting point) में वापस लाने की कोशिश करते हैं.
यह खेल भारत में प्राचीन काल से खेला जाता रहा है. इसका उल्लेख महाभारत और रामायण जैसे ग्रंथों में भी मिलता है.
यह एक लोकप्रिय पारिवारिक खेल है, जिसका सभी उम्र के लोगों द्वारा आनंद लिया जा सकता है. यह मनोरंजक होने के साथ-साथ रणनीतिक सोच और समस्या समाधान कौशल को विकसित करने में भी मदद करता है.
हालांकि, क्या आप यह जानते हैं कि आखिर लूडो को हिंदी में क्या कहा जाता है?
दरअसल, लूडो नाम लैटिन शब्द "लुडस" से आया है, जिसका अर्थ है "खेल". लेकिन लूडो को हिंदी में 'मोक्षपट' या 'मोक्षपटामु' कहा जाता है.
इसके अलावा इसे "ज्ञान चौपड़" के नाम से भी जाना जाता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस खेल का अविष्कार अपने देश भारत में ही हुआ था.