पाकिस्तान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने घोषणा की है कि वह आर्थिक संकट से जूझ रहे अपने देश पाकिस्तान की मदद के लिए अपने कार्यकाल के दौरान अपनी सैलरी नहीं लेंगे.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने वित्तीय प्रबंधन को प्रोत्साहित करने और राष्ट्रीय खजाने पर बोझ नहीं डालने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि जरदारी पाकिस्तान के सबसे अमीर राजनेताओं में से एक हैं. उनकी नेटवर्थ करीब 1.8 अरब डॉलर है.
अब बात करें पाकिस्तान के राष्ट्रपति को मिलने वाली सैलरी की, तो उन्हें हर महीने 8,46,550 रुपये मिलते हैं.
दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को प्रति माह 8,46,550 रुपये मिलते थे, जो अमाउंट 2018 में संसद द्वारा तय किया गया था.
इसके अलावा बता दें कि पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी जरदारी के नक्शे कदम पर चलने का फैसला किया है.
उन्होंने भी देश के सामने चल रही आर्थिक चुनौतियों का हवाला देते हुए पद पर रहते हुए अपना वेतन नहीं निकालने का फैसला किया है. उन्होंने हर संभव तरीके से देश की सेवा करने की प्रतिबद्धता जताई है
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने रविवार को इस्लामाबाद के ऐवान-ए-सद्र में एक समारोह में दूसरे कार्यकाल के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
उन्होंने संसदीय चुनाव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थित सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के उम्मीदवार महमूद खान अचकजई को हराकर उल्लेखनीय 255 चुनावी वोट हासिल किए.