साल 1992 में आई फिल्म 'बेखुदी' से अपने फिल्मी करियर करने वाली काजोल उस समय केवल 17 साल की थीं. अपनी पहली ही फिल्म से काजोल रातों-रात सुपरस्टार बन गई थीं और वो अपने फिल्मी सफर में कम से कम 6 फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम कर चुकी हैं.
अपने 32 साल के करियर में काजोल करीब दर्जनों फिल्मों में अपने दमदार किरदार और अभिनय से दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं, लेकिन क्या आप उस फिल्म के बारे में बता सकते हैं, जिसमें काजोल ने डबल रोल निभाया था और बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड भी जीता था?
इस फिल्म में काजोल डबल रोल में नजर आ रही हैं, जिनमें से एक का नाम नैना है, जो एक सीधी सादी लड़की है और दूसरी का नाम सोनिया है, जो एक तेज तराक लड़की होती है और दोनों बहने एक दूसरे बहुत प्यार करती हैं.
फिल्म में तन्वी आजमी, पूर्णिमा सहगल के किरदार में नजर आ रही हैं, जिसके पति की मौत हो चुकी है और वो अपनी तीन बेटियों (नैना, सोनिया और सबसे छोटी बेटी) के साथ रहती हैं.
फिल्म में संजय दत्त मेजर सूरज सिंह के किरदार में नजर आ रहे हैं, जो अंधा है और छोटे भीम बहादुर सिंह के साथ रहता है. आखिर में उसको नैना (काजोल) से प्यार हो जाता है और वो उसकी बदलना लेने में मदद करता है.
फिल्म में कुणाल खेमू भी नजर आ रहे हैं, लेकिन एक चाइल्ड आर्टिस्ट (भीम बहादुर सिंह) के तौर पर, जो मेजर सूरज सिंह (संजय दत्त) को संभालता है और उसके घर का सारा काम भी करता है.
फिल्म में आशुतोष राणा ने एक सनकी विलेन (गोकुल पंडित) का रोल प्ले किया है, जो एक पोस्ट ऑफिस में काम करता है, लेकिन वो लड़कियों को गलत नजरों से देखता है और सोनिया का रेप करके उसको जान से मार देता है.
इस फिल्म के सभी गानों को 90s में बेहद पसंद किया गया था और आज भी किया जाता है, जिनमें 'आवाज दो हमको हम खो गए', 'चिट्ठी ना कोई संदेश', 'प्यार को हो जाने दो' जैसे और कई प्यारे गाने शामिल है.
हम यहां जिस फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं वो है साल 1998 में आई 'दुश्मन'. इस फिल्म का निर्देशन तनुजा चंद्रा ने किया था और इस फिल्म को फिल्मफेयर में नॉमिनेशन और स्क्रीन अवॉर्ड में काजोल को बेस्ट एक्ट्रेस और तनुजा को डेब्यू डायरेक्टर मिल चुका है.