सांवले रंग की वजह से रेखा ने झेला दर्द, बनना चाहती थीं एयर होस्टेस

खूब संघर्ष किया

बॉलीवुड की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस रेखा की जिदंगी हमेशा ही काफी दर्दभरी रही है. उन्होंने जिंदगी में खूब संघर्ष किया है.

क्या बनना चाहती थीं

Rekha: An Untold Story के मुताबिक, करियर की शुरुआत में रेखा एयर होस्टेज बनना चाहती थीं. क्योंकि वह दुनिया देखने का सपना रखती थीं. मगर उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था.

क्यों हुईं रिजेक्ट

रेखा की खूबसूरती की तारीफ करते लोग आज बेशक नहीं थकते, लेकिन एक वक्त था जब वह सांवले रंग, नैन-नक्श और शरीर की बनावट की वजह से रिजेक्ट हुई थीं.

ये है तब की बात

रेखा ने सांवले रंग का दर्द झेला है. शुरुआती करियर में उन्हें प्रोजेक्ट से रंग और खूबसूरती को लेकर रिजेक्ट कर दिया गया था.

रेखा का पूरा नाम

रेखा का पूरा नाम 'भानुरेखा गणेशन' है. 10 अक्टूबर 1954 को तमिलनाडु में हुआ.

ताने सुने

रेखा ने करियर की शुरुआत में सांवले रंग और फीचर्स की वजह से काफी ताने सुने. लोग उनकी उस वक्त की टॉप एक्ट्रेस से तुलना करते थे.

खुद पर काम किया

मगर रेखा वो नाम था जो झुकने वालों में से नहीं बल्कि टिकने वालों में से थीं. रेखा ने अपने ड्रेसिंग सेंस, मेकअप और वजन पर खूब काम किया.

सब बदल दिया

3 महीने के अंदर वह शानदार हिंदी बोलने लगीं. इसी का नतीजा था कि जब उनकी फिल्म 'दो अंजाने' आई तो सब तारीफ करते नहीं थक रहे थे.

पद्मश्री से सम्मानित

करियर में करीब 180 फिल्में करने वाली रेखा को साल 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

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