अब नमक और चीनी भी खाना हुआ मुश्किल, शोध में मिला कुछ ऐसा जिससे उड़ जाएंगे होश

Zee News Desk
Aug 16, 2024

नमक और चीनी

ये किसी भी आहार का अभिन्न अंग हैं. क्योंकि ये स्वाद बढ़ाते हैं और सोडियम और ग्लूकोज से भरपूर होते हैं.

प्रभाव

लेकिन क्या होगा अगर ये दो मसाले बीमारियों का मुख्य कारण बन जाएं?

अध्ययन

पर्यावरण अनुसंधान संगठन टॉक्सिक्स लिंक द्वारा हाल ही में किए गए अध्ययन में सभी परीक्षण किए गए भारतीय नमक और चीनी ब्रांडों में माइक्रोप्लास्टिक पाया गया.

रूप

फाइबर सहित माइक्रोप्लास्टिक के विभिन्न रूप 0.1 मिमी से 5 मिमी तक थे.

माइक्रोप्लास्टिक

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार सभी भारतीय नमक और चीनी ब्रांड पैकेज्ड हों या अनपैक्ड सभी में माइक्रोप्लास्टिक्स होते हैं.

आयोडीन नमक

आयोडीन युक्त नमक में सबसे अधिक मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक पाए गए, जो कई रंगों और पतले रेशों के रूप में पाए गए.

चिंताजनक

रिपोर्ट में कहा गया है कि नमक के नमूनों में माइक्रोप्लास्टिक की सांद्रता प्रति किलोग्राम सूखे वजन के 6.71 से 89.15 टुकड़ों तक थी.

माइक्रोप्लास्टिक क्या है ?

छोटे प्लास्टिक कण होते हैं जिनका डायमीटर 5 मिलीमीटर से भी कम होता है. वे तब बनते हैं जब बड़े प्लास्टिक के मलबे समय के साथ टूट जाते हैं.

नुकसान

माइक्रोप्लास्टिक में बिस्फेनॉल ए (BPA), फथलेट्स और भारी धातुओं जैसे खतरनाक केमिकल हो सकते हैं. ये पदार्थ शरीर में घुल कर स्वास्थ्य समस्याएं दे सकते हैं.

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