मंडे सिंड्रोम क्या है, और यह कैसे लोगों के जीवन को करता है प्रभावित

Zee News Desk
Nov 28, 2024

मंडे सिंड्रोम एक तरह की मानसिक स्थिति है जो साप्ताहिक छुट्टी के बाद काम या स्कूल जाने से उत्पन्न होती है

मंडे सिंड्रोम एक तरह का नकारात्मक विचार है जो सोमवार को महसूस किया जाता है

साप्ताहिक आराम करने के बाद कई लोग सोमवार को आराम और ऊर्जा से भरपूर रहने की उम्मीद करते हैं हालांकि जब ये अपेक्षाएं पूरी नहीं होती है तो व्यक्ति थकान और कम एनर्जी की वजह से मंडे सिंड्रोम में बदल जाती है

सोमवार का दिन अक्सर कामकाजी लोगों के लिए सबसे व्यस्त और तनावपूर्ण दिनों में से एक होता है

इसमें किसी प्रोजेक्ट और मीटिंग की जिम्मेदारियों लोंगों को नकारात्मक भावना में ले जाती है

मंडे सिंड्रोम तब और ज्यादा गंभीर हो जाता है जब कोई व्यक्ति अपनी नौकरी या स्कूल से असंतुष्ट हो

मंडे सिंड्रोम पर काबू पाने के लिए व्यक्ति को अपनी नींद के पैटर्न को सही करना चाहिए , पर्याप्त और अच्छी नींद लेने से व्यक्ति ज्यादा ऊर्जावान और केंद्रित रहने में मद्द मिलती है

सोमवार को काम या स्कूल के दोस्तों के साथ समय बिताना दिन को और भी मजेदार बना सकता है

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है

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