मलेरिया या डेंगू जैसी बीमारियां होने से पहले वे अपना लक्षण शरीर पर दिखातीं हैं. ऐसे ही शरीर के कई लक्षण कई सारी बीमारियों की शुरूआत हो सकते हैं.
इस स्ट्रैस भरे माहौल में दिमागी प्रैशर इतना होता है कि आजकल कम उम्र में भी कई सीरियस बीमारियां होने लगीं हैं.
अगर आपके शरीर में भी ये लक्षण हैं तो इन्हें नजर अंदाज बिल्कुल न करें.
अगर आपके साथ भूलने की ज्यादा समस्या है तो इसे नजरअंदाज न करें. ये दिमाग की किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है.
स्ट्रेस और ज्यादा वर्कलोड होने की वजह से आपका स्वभाव चिड़चिड़ा होने लगता है. साथ ही मूड स्विंग की भी काफी समस्या होती है. मगर ये मेंटल हेल्थ का सही संकेत नहीं है.
जरा जरा सी देर में उसके व्यव्हार में या उसके इमोशन में चेंज देखने को मिलें, तो ये स्वस्थ्य दिमाग होने के संकेत नहीं है.
अगर कुछ भी गिनने में बार बार गलतियां हो रही हों, तो इसका मतलब है कि दिमागी तौर पर स्वास्थ्य ठीक नहीं है.
अगर व्यक्ति हर वक्त कहीं खोया खोया रहता है तो इसका मतलब शख्स की दिमागी हालत ठीक नहीं है.
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टी नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.