पल भर में नेस्तनाबूद हो सकते हैं दुश्मन, अग्नि मिसाइलों से कांपती है दुनिया

Rachit Kumar
Mar 14, 2024

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की अग्नि मिसाइल सीरीज आखिर है क्या. चलिए जानते हैं.

अग्नि मिसाइल सीरीज मीडियम से इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों की एक फैमिली है, जिसे डीआरडीओ ने बनाया है.

इस सीरीज की पहली मिसाइल थी अग्नि-1, जिसे इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवेलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) के तहत बनाया गया और 1989 में टेस्ट किया गया.

इसके सफल होने के बाद अग्नि मिसाइल प्रोग्राम को IGMDP से अलग कर दिया गया.

अग्नि-1 एक मीडियम रेंड की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी रेंज 700-1000 किलोमीटर की है.

इसे साल 2002 में लॉन्च किया गया था और फिलहाल इसका इस्तेमाल सिकंदराबाद में भारतीय सेना के स्ट्रैटजिक फोर्स कमांड के तहत होता है.

अग्नि-2 अग्नि फैमिली की दूसरी स्ट्रैटजिक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे 2010 में लॉन्च किया गया था.

इसकी ऑपरेशनल रेंज 2000-3500 किलोमीटर है. यानी यह पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में मार कर सकती है.

इतना ही नहीं यह चीन के साउथ और साउथईस्टर्न हिस्से को भी निशाना बना सकती है.

अग्नि-23 इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज बैलिस्टिक मिसाइल को साल 2011 में सर्विस में लाया गया था. इसकी मारक क्षमता 3000-5000 किलोमीटर है.

यह पड़ोसी देशों के भीतर तक मार कर सकती है, जिसमें चीन भी शामिल है.

अग्नि 4 मिसाइल अग्नि सीरीज की चौथी मिसाइल है, जिसे पहले अग्नि II प्राइम के नाम से जाना जाता था.

इसकी ऑपरेशनल रेंज 3000-5000 किलोमीटर की है. अगर इसे पूर्वोत्तर भारत से लॉन्च किया जाए तो यह चीन के किसी भी हिस्से को नेस्तनाबूद कर सकती है.

अग्नि 5 इस सीरीज की सबसे आधुनिक मिसाइल है. जमीन से मार करने में सक्षम इस न्यूक्लियर MIRV क्षमता वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज 7000-8000 किलोमीटर है.

इसे मिशन दिव्यास्त्र के तहत बनाया गया है और यह एक साथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है.

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