इस मुगल ने पहले 10 हजार राजपूतों का किया कत्ल, फिर सगे सेकुलर भाई का काटा गला

औरंगजेब का अत्याचार

हाल में, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में औरंगजेब को लेकर स्टेटस लगाने पर विवाद हो गया है. जिसके बाद औरंगजेब और उसके अत्याचार की चर्चा फिर से होने लगी है.

शहजादों के पास थे 2 ऑप्शन

कहा जाता है कि मुगल शहजादों के पास सिर्फ 2 ऑप्शन थे पहले की वो किसी तरह राजगद्दी हासिल कर लें या फिर वो कब्र में चले जाएं.

ये मुगल शहजादा था सेकुलर

मुगल बादशाह शाहजहां के 4 बेटे थे. इनके नाम, दारा शिकोह, औरंगजेब, मुराद और शाह शुजा था. इनमें दारा शिकोह सेकुलर था और सभी धर्मों का सम्मान करता था.

पहले था औरंगजेब का ऐसा हाल

बादशाह ने अपने बेटों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली हुई थी. औरंगजेब के हिस्से में काबुल बॉर्डर और दक्कन की बंजर जमीनें आई थी जिससे कारण कम कमाई होती थी. उसकी सेना भी कम थी.

दारा शिकोह Vs औरंगजेब

लेकिन औरंगजेब को ये अंदेशा था कि दारा शिकोह, शाहजहां के ज्यादा लाडले हैं और दारा शिकोह को अगला बादशाह बनाया जा सकता है. इसे रोकने के लिए औरंगजेब ने खुफिया प्लान बनाया.

औरंगजेब की बगावत

औरंगजेब सहित सभी शहजादे दिल्ली दरबार को अपनी कमाई का 20 फीसदी हिस्सा भेजते थे. लेकिन बाद में औरंगजेब ने इसे देने से मना कर दिया और अपनी सेना बढ़ाने लगा.

औरंगजेब की शातिर चाल

एक तरफ औरंगजेब मजबूत हो गया था तो दूसरी तरफ शाहजहां की तबीयत खराब रहने लगी थी. इस बीच, दारा शिकोह की ताजपोशी को रोकने के लिए औरंगजेब ने मुराद को गद्दी का लालच दिया और कहा कि तुम राजा बनो. दारा शिकोह धर्म के खिलाफ जा चुका है.

10 हजार राजपूतों का कत्ल

इसके बाद औरंगजेब ने मुराद के साथ मिलकर उज्जैन में जसवंत सिंह राठौर की सेना से जंग की. जसवंत, दारा शिकोह के पक्ष में थे. दावा किया जाता है कि इस जंग में करीब 10 हजार राजपूत मारे गए थे.

सगे भाई का काटा गला

फिर औरंगजेब अपनी सेना के साथ दिल्ली आया और दारा शिकोह को मौत के घाट उतार दिया. दारा शिकोह औरंगजेब का सगा भाई थी. औरंगजेब ने लोगों को दारा शिकोह के खिलाफ भड़काने के लिए धर्म का सहारा लिया.

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