दर्द, आंसू और सिसक...शहीद कर्नल, मेजर और DSP के परिवारों की कहानी
Rachit Kumar
Sep 14, 2023
जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए.
इस घटना के बाद उनके परिवार के लोगों का रो-रोककर बुरा हाल है. कर्नल मनप्रीत सिंह का परिवार चंडीगढ़ के भरौंजियां से ताल्लुक रखता था. फिलहाल उनकी फैमिली न्यू चंडीगढ़ के डीएलएफ में रह रही है.
उनके परिवार में उनकी मां, पत्नी जगमीत ग्रेवाल और दो बच्चे हैं, जिसमें 6 साल का बेटा और दो साल की बेटी है. उनके पिता भी सेना से रिटायर हुए थे, जिनकी मृत्यु कुछ वर्ष पहले ही हुई थी.
साल 2021 में मनप्रीत सिंह को अदम्य शौर्य के लिए सेना मेडल से नवाजा गया था. तब वह राष्ट्रीय राइफल्स में लेफ्टिनेंट कर्नल थे.
दूसरी ओर मेजर आशीष धोनैक के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोग शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए जमा हो गए.
धोनैक के परिवार में उनकी पत्नी, दो साल की बेटी और तीन बहनें हैं. परिवारों के साथ शोक व्यक्त करने पहुंचे लोगों ने कहा कि आतंकवादियों का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए.
धोनैक का परिवार फिलहाल पानीपत के सेक्टर सात में एक किराये के घर में रहता है जबकि उनका पैतृक गांव बिंझोल है. उनको पिछले ही साल सेना मेडल से सम्मानित किया गया था.
उनके पिता ने पानीपत में एक नया घर बनवाया था, जिसके मुहूर्त में शामिल होने वह आने वाले थे. सिंह के ससुराल पक्ष के लोग हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 26 में रहते हैं.
आतंकियों से एनकाउंटर में शहीद हुए डीएसपी हुमायूं भट्ट के पिता गुलाम हसन भट्ट जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिटायर्ड IG रहे हैं.
नके परिवार में पत्नी और दो महीने की बेटी है. जेकेपीएस के 2018 बैच के अधिकारी हुमायूं की शादी पिछले साल ही शादी हुई थी.
उनके पिता जानते थे कि जम्मू-कश्मीर पुलिस की नौकरी में कितना खतरा है लेकिन बावजूद इसके उन्होंने अपने बेटे को देश की सेवा करने के लिए भेजा.