देश में ऐसे कई एक्सप्रेस-वे हैं, जिनकी वजह से कई-कई घंटों का सफर सिर्फ कुछ ही मिनटों में पूरा होगा. क्या आप जानते हैं, इन एक्सप्रेस-वे के बारे में अगर नहीं तो आइए जानते है…..
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जिसकी लंबाई 1,386 km है. दिल्ली-मुंबई के बीच की सड़क की लंबाई 1,424km से कम होकर 1,242km रह जाएगी. पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे.
यह देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है और इसे 9000 करोड़ रुपए की लागत के साथ बनाया है. यह एक्सप्रेसवे लगभग 29km लंबा है. दिल्ली और हरियाणा को आपस में जोड़ने के लिए इस एक्सप्रेसवे का खास महत्व रहेगा.
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसकी लंबाई 594km होगी. इसकी वजह से मेरठ से प्रयागराज का सफर 11 घंटे से 8 घंटे हो जाएगा.
महाराष्ट्र मे मुंबई से नागपुर जाने के लिए बालासाहेब ठाकरे समृद्धि एक्सप्रेस वे तैयार है. 701 किमी. लंबी इस परियोजना में जंगली जानवरों के गुजरने के लिए 17 अंडरपास यानी सड़के के नीचे से मार्ग दिए गए हैं. नागपुर-मुंबई एक्सप्रेस वे के जरिये महाराष्ट्र के बड़े शहरों को जोड़ने में मदद मिलेगी. बता दें, कि इसे 55,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की मदद से देश की राजधानी से सिर्फ 6 घंटे में कटरा तक का सफर पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 670 किमी है.
यह एक्सप्रेसवे अहमदाबाद और धोलेरा को जोड़ने और धोलेरा के कई क्षेत्रों को अहमदाबाद से जोड़ने में काम आएगा. यह देश में अपने आप में एक अनोखा एक्सप्रेस-वे है. इसकी चौड़ाई 120 मीटर है. इसमें से 90 मीटर पर एक्सप्रेस-वे होगा और 30 मीटर चौड़ी पट्टी पर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है.
चेन्नई बैंगलोर एक्सप्रेसवे चेन्नई को बेंगलुरु से जोड़ने वाली एक जरूरी ढांचा परियोजना है; यह दक्षिण भारत के तीन राज्यों से होकर निकलने वाला है. इस एक्सप्रेस वे से चेन्नई और बेंगलुरु के बीच की दूरी करने में केवल 6 से 7 घंटे ही लगेंगे.
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को जोड़ने वाला खास रास्ता है. इस एक्सप्रेसवे की वजह से अमृतसर-जामनगर के बीच सफर में लगने वाला समय आधा हो जाएगा. एक्सप्रेसवे से दूरी घटकर 1224 किलोमीटर के करीब और समय 13 घंटे हो जाएगा.
वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे यूपी के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के कोलकाता तक बनेगा. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच की दूरी 7 घंटे में पूरी होगी अभी 14 घंटे लगते हैं. 610 किलोमीटर के 8 लेन एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा (242 किलोमीटर) पश्चिम बंगाल में होगा.