हरम में एंट्री के लिए लड़कियों को देना होता था ये टेस्ट

Gunateet Ojha
Nov 04, 2023

भारत में कई सौ साल तक शासन करने वाले मुगल यहां की कई चीजों को बदलना चाहते थे. मुगलों के ही काल में हरम का चलन भारत में आया.

बाबर से लेकर अकबर तक हरम के दीवाने थे. अकबर के शासनकाल में हरम में महिलाओं की संख्या पांच हजार से ऊपर पहुंच गई थी.

हरम में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं को हरम की चारदीवारी में ही रहना होता था. राजा के अलावा इन औरतों से किसी को मिलने की इजाजत नहीं थी.

इतिहासकारों ने यहां तक लिखा है कि कुछ औरतें ऐसी थीं जो पुरुष के अहसास के लिए तरस जाती थीं. ऐसी महिलाएं बीमारी का बहाना कर हकीम को अपने करीब बुलाती थीं.

मुगल हरम में महिलाओं की एंट्री भी आसान नहीं होती थी. हरम में प्रवेश के लिए महिलाओं के लिए कई नियम बनाए गए थे.

हरम में किसी महिला को रखे जाने से पहले यह जांच होती थी कि महिला किसी बीमारी से पीड़ित तो नहीं है.

हरम में रहने वाली महिलाओं का इतिहास भी खंगाला जाता था. डर यह बना रहता था कि महिला कहीं किसी दुश्मन की गुप्तचर तो नहीं है.

सबसे बड़ी बात यह कि मुगर हरम में जाने वाली महिला को अपना पूरा जीवन हरम में ही बिताना पड़ता था. उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जाता था.

हरम की महिलाओं को राजा को खुश करने की तालीम भी दी जाती थी. गलती होने पर हरम की महिला को सख्त सजा भी मिलती थी.

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