हरिशंकर तिवारी: सियासी सूरमा या पूर्वांचल का क्राइम किंग?

Zee News Desk
May 16, 2023

यूपी सरकार में 5 बार कैबिनेट मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी राजनीति के बाहुबली थे. उनके किसी भी पार्टी से जुड़ने से पूर्वांचल के सियासी समीकरण बदलने लगते थे.

ब्राह्मण राजनीति के साथ-साथ पावर एंड क्राइम पॉलिटिक्स से भी उनका नाम जुड़ा हुआ था. वे मोस्ट वांटेड भी रह चुके थे.

हरिशंकर तिवारी के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने माफिया बनाए हैं. साथ ही उन्होंने सरगनाओं को सत्ता की राह भी दिखाई.

गाजीपुर और वाराणसी माफिया का बड़ा केन्द्र रहा है, लेकिन इसकी शुरुआत गोरखपुर से हुई. जिसमें सबसे पहला नाम हरिशंकर तिवारी का आया था.

यूपी की सियासत में तहलका तब मचा जब 1985 के विधानसभा चुनाव में हरिशंकर तिवारी जेल में रहते हुए चुनाव जीत गए.

पूरे देश में ये पहला मामला था जब कोई माफिया जेल में रहकर चुनाव जीता था. उस दौर में पूर्वांचल में कुछ अलग ही चल रहा था.

गौर करने वाली बात यह है कि हरिशंकर तिवारी पर जितने भी आरोप लगे वो आज तक साबित नहीं हुए.

हरिशंकर तिवारी का एक बड़ा मोहरा था श्रीप्रकाश शुक्ला. श्रीप्रकाश ने पूरे उत्तर भारत में अपराध की कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था.

हरिशंकर तिवारी अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करके हर पार्टी के चहेते बने रहे और अपने अतीत को वर्तमान पर कभी हावी नहीं होने दिया.

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