राजस्थान का 'भूतिया गांव...जहां 5 बजे के बाद लोगों को जाना है माना, रातोंरात गायब हुए थे 5 हजार लोग
Saumya Tripathi
Aug 06, 2024
दुनियाभर में राजस्थान की कुलधरा का नाम भूतिया जगह में शामिल है. जो कि जैसलमेर से 14 किमी दूर है.
बताया जाता है कि ये गांव पिछले 200 सालों से वीरान है और यहां लोग पैर रखने से भी लोग डरते हैं.
माना जाता है कि इस गांव को साल 1300 में पालीवाल ब्राह्मण समाज ने सरस्वती नदी के किनारे इस गांव को बसाया था.
लोकप्रिय मिथक के अनुसार, 1800 के दशक में, गांव मंत्री सलीम सिंह के अधीन एक राज्य हुआ करता था, जो कि विश्वासघाती था.
और उसे गांव के प्रधान की बेटी पसंद आ गई. ऐसे में प्रधान अपनी बेटी की इज्जत बचाने के लिए गांव वालों के साथ फरार हो गया और गांव छोड़ते समय कुलधारा को हमेशा वीरान रहने का श्राप दिया.
कुलधरा गांव अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित तरीके से रखा जाने वाला एक ऐतिहासिक स्थल है.
इस गांव में आप हर रोज सुबह 8 से 5 बजे तक घूम सकते हैं. शाम को सूर्यास्त के बाद द्वार बंद कर दिए जाते हैं.
अगर आप कार से जा रहे हैं तो कुलधरा गांव के लिए एंट्री फीस 10 रुपए प्रति व्यक्ति है और अगर आप अंदर गाड़ी से जा रहे हैं तो 50 रुपए फीस है.
यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है, जहां गर्मी थोड़ी कम हो जाती है.