National Railway Museum का क्या है इतिहास, जिसे मिली बम से उड़ाने की धमकी?
Zee News Desk
Jun 13, 2024
चाणक्यपुरी में स्थित नेशनल रेल म्यूजियम को बम से उड़ाने की धमकी दी गई.
नेशनल रेल म्यूजियम का क्या है इतिहास?
आइए जानते हैं भारतीय रेल की यादें समेटें नेशनल रेल म्यूजियम का इतिहास
RTM था शुरुआती नाम
भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री वी.वी. गिरी ने 7 अक्टूबर 1971 को रेल ट्रान्सपोर्ट म्यूजियम (RTM) की नींव रखी थी. जिसको एक बड़े कॉम्प्लेक्स के तहत बनाने की तैयारी थी.
रेल मंत्री ने 6 साल बाद किया था उद्घाटन
रेल ट्रान्सपोर्ट म्यूजियम (RTM) का उद्घाटन तब के रेल मंत्री श्री कमलापति त्रिपाठी ने 1 फरवरी 1977 को किया था.
कई दुर्लभ ट्रेनें हैं शामिल
यहां रंगोटी (1862), पटियाला स्टेट मोनो रेल (1908), जॉन मॉरिस फायर इंजन (1914) जैसी दुर्लभ स्टार ट्रेनों का कलेक्शन है.
1995 में बदला गया नाम
1995 में रेल ट्रान्सपोर्ट म्यूजियम (RTM) विकसित हुआ और इसका नाम बदलकर नेशनल रेल म्यूजियम कर दिया गया.
टिकट
Adults (12 साल और अधिक ) के लिए हफ्ते के 4 दिन (मंगलवार से शुक्रवार) - 50 रुपये,
वीकेंड और छुट्टी पर - 100.
Child (12 साल और कम) के लिए हफ्ते के 4 दिन (मंगलवार से शुक्रवार) - 10 रुपये,
वीकेंड और छुट्टी पर - 20.
ट्रेनों की कर सकते हैं यात्रा
यहां आप रेलगाड़ी की यात्रा का भी आनंद ले सकते हैं, जिसका अनुभव असल ट्रेन से थोड़ा अलग होगा.