देश की पहली महिला पीएम

आयरन लेडी के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला पीएम थीं. उन्होंने अपने काम से जता दिया कि मुश्किल कितनी भी बड़ी क्यों ना हो अगर इरादे दृढ़ हों तो हर मुश्किल आसान हो जाती है.

इसलिए कहलाईं आयरन लेडी

इंदिरा गांधी जब देश की पीएम बनीं तो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा. चाहे कांग्रेस में आंतरिक संघर्ष हो या पूर्वी पाकिस्तान का मुद्दा. अपने समझदारी भरे फैसले से हर मुश्किलों का सामना किया.

देश की सेवा

अगर मैं देश की सेवा में मर भी जाती हूं तो भी गर्व होगा. मेरे खून का हर कतरा देश की तरक्की के काम आएगा. यह देश को गतिशील और मजबूत बनाने में मदद करेगा.

अधिकार की जगह ड्यूटी को तरजीह

आज जब लोग कर्तव्य की जगह अधिकार की बात करते हैं. उस संदर्भ में उन्होंने कहा था सामान्य तौर पर कर्तव्य की जगह अधिकार की बात अधिक करते हैं. लोगों को अपने अधिकारों को ज्यादा याद करते हैं.

श्रेय लेने से बचें

दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं. एक वो जो सिर्फ काम करते हैं और दूसरे वो सिर्फ क्रेडिट लेते हैं, उनके दादा ने बताया था कि पहले वाले समूह का हिस्सा बनने की कोशिश करो. वहां आपको प्रतिस्पर्धा कम मिलेगी.

विश्वास ना होने दें कम

आप बंद मुठ्ठी से हाथ नहीं मिला सकते. आप को यह देखना होगा कि सामने वाला शख्स कैसा है और उसकी सोच क्या है. आप जब भी किसी से मिलें पूर्ण आत्मनविश्वास दिखाएं

साहस का लक्षण ही क्षमा

बहादुरी के बारे में अपने विचार रखते हुए इंदिरा गांधी ने कहा था कि क्षमा को कमजोरी मान ली जाती है. लेकिन सच यह है कि साहस का सबसे लक्षण क्षमा करना ही है.

हमेशा रहें संतुलित

आप जब किसी काम को कर रहे होते हैं तो विचार और भाव में विचलित ना हों. हमेशा खुद को संतुलित तौर पर पेश करने की कोशिश करें.

खुद को ना दिखाएं कमजोर

नम्र और विनीत स्वभाव से इस धरती पर रहा जा सकता है लेकिन वैसे लोग हेडलाइंस का हिस्सा नहीं बनते. आप को अपने स्वभाव में मजबूती दिखाना चाहिए.

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