सूख जाएगा चीन-पाक का हलक, नेवी को मिला 'महाअस्त्र'

Lalit Rai
Oct 20, 2023

तीसरा स्टील्थ विध्वंसक

भारतीय नौसेना को गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर वाला तीसरा स्टील्थ विध्वंसक युद्धपोत सौंपा गया है.यह युद्धपोत सरफेस टू सरफेस सुपरसोनिक 'ब्रह्मोस' मिसाइल और मीडियम रेंज सरफेस टू एयर 'बराक-8' मिसाइल से लैस है.

सटीक निशाना लगाने की क्षमता

इसमें पानी के अंदर युद्ध करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित एंटी-सबमरीन वेपन और सेंसर, मुख्य रूप से हल माउनटेड सोनार हुमसा एनजी, हेवी वेट टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर और रॉकेट लॉन्चर फीट किया गया है.

स्वदेशी स्टील का इस्तेमाल

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक पोत का निर्माण स्वदेशी इस्पात (स्टील) डीएमआर 249ए से किया गया। यह भारत के सबसे बड़े विध्वंसकों में एक है। इसकी कुल लंबाई 164 मीटर और विस्थापन क्षमता 7500 टन से अधिक की है.

ब्रह्मोस से लैस

यह पोत पी15बी के अन्य सभी पोतों में से पहला है जिसमें लंबी अवधि की दोहरी क्षमता वाली लॉन्ग रेंज और लैंड अटैक के लिए उन्न्त ब्रह्मोस मिसाइलें लगाई गई है.इसके अलावा, इम्फाल पहला नौसेना युद्धपोत है, जिसमें महिला अधिकारियों और नाविकों के लिए आवास है.

पोत की यह खास क्षमता

पोत में 312 क्रू बोर्ड आ सकते हैं.4000 समुद्री मील की क्षमता रखता है. यह 42 दिनों में विस्तारित मिशन के आउट ऑफ एरिया ऑपरेशन को पूरा कर सकता है.अपनी क्षमता को और अधिक बढ़ाने के लिए पोत दो हेलिकॉप्टर से लैस है.

72 फीसद स्वदेशी सामग्री

पी15बी श्रेणी विध्वंसक में 72 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है जो उनके पूर्ववर्ती पी15ए (59प्रतिशत) और पी15 (42प्रतिशत) श्रेणी विध्वंसक से एक नॉच ऊपर है.

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