हुमायूं के वो काले सच, जिसे जान खड़े हो जाएंगे रोंगटे!

Saumya Tripathi
Jul 16, 2024

बाबर की मौत के बाद उसका बेटा नसीरुद्दीन हुमायूं ने मुगल सल्तनत की गद्दी पर बैठा.

लेकिन हुमायूं के तख्त पर बैठने के बाद ही खून की जो होली शुरू हुई, उससे हर कोई दंग रह गया.

जब हुमायूं के भाई कामरान ने विद्रोह किया तो इस आरोप में हुमायूं ने अपने ही भाई की हत्या करवा दी.

इतना ही नहीं, उसने अपने भतीजे हिंडाल की आंखें फोड़ दी और उसे सलाखों के पीछे डाल दिया.

शासनकाल के दौरान हुमायूं अधिकतर समय शराब पीने और व्यसनों में ही लिप्त रहता था.

इस वजह से उसका शरीर कमजोर होता चला गया और सल्तनत पर उसकी पकड़ कमजोर हो गई.

बताया जाता है कि हुमायूं को अफीम का भी बहुत शौक था. हुमायूं का शासन अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तर भारत क हिस्सों पर 1530-40 और 1555-56 तक रहा.

शेरशाह सूरी से हारने बाद उसने कुछ समय काबुल सिंध अमरकोट में बिताया और आखिरी में ईरान के शासक तहमास्य के पास शरण ले ली.

VIEW ALL

Read Next Story