Mughal Dirty Secret: जिसकी याद में बना है ताजमहल, वह मुमताज थी बेहद क्रूर; गैर-मुस्लिमों को हाथी के पैरों तले कुचलवाया
Devinder Kumar
Apr 25, 2023
मुमताज महल बेहद क्रूर और सनकी औरत थी. उसे ईसाइयों और गैर-मुस्लिमों से नफरत थी. उसने सैकड़ों यूरोपियन ईसाइयों को मरवा दिया था.
वह मुगल बादशाह शाहजहां की सबसे पसंदीदा बीवी थी और शासन के मामलों में उसे सलाह दिया करती थी. जब पुर्तगालियों ने मुगलों को कर चुकाने से इनकार कर दिया था तो मुमताज महल बौखला उठी थी.
मुमताज महल के आदेश पर मुगलों की सेनाओं ने पश्चिम बंगाल के हुगली में पुर्तगालियों की कॉलोनी को घेर लिया था. इसके बाद 4 हजार पुर्तगाली ईसाइयों को बंधकर पैदल ही दिल्ली लाया गया.
दिल्ली लाने के बाद सभी पुर्तगाली ईसाइयों को मुमताज महल के सामने पेश किया गया. मुमताज महल ने पुर्तगाली पादरियों को हाथी के पैरों तले कुचलवा दिया. जबकि बाकी ईसाइयों को गुलाम बनाकर अमीर शेखों को बेच दिया गया.
मुमताज महल फारसी रईस अबू-हसन असफ खान और उनकी पत्नी दीवानजी बेगम की बेटी थी. उसका जन्म 27 अप्रैल 1593 को आगरा में हुआ था. उसकी बुआ जहांगीर की बीवी नूरजहां थी.
मुमताज का निकाह अपने फुफेरे भाई और बुआ नूरजहां के बेटे खुर्रम के साथ हुआ था, जिसे सत्ता में आने के बाद शाहजहां के नाम से जाना गया. शाहजहां के हरम में सैकड़ों खूबसूरत महिलाएं थीं लेकिन वह मुमताज पर लट्टू रहता था.
मुमताज महल से शादी के बाद शाहजहां ने 19 साल में 14 बच्चे पैदा किए. इनमें से 8 लड़के और 6 लड़कियां थीं. 14वें बच्चे के जन्म के समय मुमताज की मौत हो गई.
शाहजहां ने मुमताज के मरने के बाद उसकी याद में ताज महल बनवाया. अंग्रेजों का राज शुरू होने से पहले तक उस ताजमहल में घुसने वाले गैर मुस्लिमों का हाथ काट लिया जाता था.