बाबर की हार का सिला मिला बहन को, दुश्मनों के हरम में बिताई नरक जैसी जिंदगी
Saumya Tripathi
Jul 21, 2024
मुगलों के काफी सारे किस्से इतिहास के पन्नों में दफन है. जिनका जिक्र बहुत कम सुनने को मिलता है.
जिसमें से एक है बाबर की बड़ी बहन खानजादा का. जिसने अपने त्याग से पूरे परिवार को बचाया.
शायबानी से युद्ध के दौरान बाबर को करारी हार मिली. जिसमें 6 महीने तक बाबर को घेरेबंदी में रखा गया.
बताया जाता है कि उस दौरान सैनिकों की भूखे मरने की नौबत आ गई थी. ऐसे में खानजादा आगे आई.
खानजादा दुश्मनों को फंसाना जानती थी, वो राजनीतिक तौर पर काफी ताकतवर थी.
परिवार बचाने के लिए शायबानी से शर्त रखी कि अगर उसकी शादी खानजादा से हो जाती है तो वह बाबर को रिहा कर देगा.
पूरे परिवार ने खानजादा को यह कदम उठाने के लिए रोका लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी रही और दुश्मनों से शादी करके अपनी जिंदगी नरक से भी बेकार कर ली.
उसने खुर्रम नाम के बच्चे को जन्म दिया लेकिन कुछ समय बाद उसका देहांत हो गया. जिसके बाद खानजादा और शायबानी के रिश्ते में कड़वाहट आ गई.
इसके बाद शायबानी ने खानजादा की शादी अपने एक फौजी सैयद से करा दी लेकिन, शायबानी- शाह इस्माइल के साथ युद्ध में सैयद की मौत हो गई और खानजादा को बंदी बना लिया गया.