अकबर के हरम में लगभग 5 हजार महिलाएं थीं. इतिहासकारों के मुताबिक, ये वो महिलाएं थीं जिनका दर्जा बेगम से अलग था.
पत्नियां
वैसे तो बताया जाता है कि अकबर की 25 पत्नियां थी, लेकिन खास तौर पर 3 ही थीं, रुकैया सुल्तान, सलीमा सुल्तान और महारानी हीरा कुंवर.
पड़ी नजर
एक दिन सुबह की सैर करते हुए अकबर की नजर सरदार शेख बादाह के बेटे अब्द-उल-बासी की बेगम पर पड़ी.
अकबर की जिद
उसे देखकर अकबर ने निकाह करने की जिद पकड़ ली. इसके लिए अकबर ने शेख को पत्र भेजा.
अकबर का पत्र
अकबर का पत्र पढ़कर बाप-बेटे को बहुत गुस्सा आया मगर अकबर का विरोध कर पाना उनके बस में नहीं था.
मुगल कानून
दरअसल, मुगल कानून कहता था अगर बादशाह किसी भी महिला पर प्यार भरी नजर डालता है तो उस महिला का पति उसे तलाक देने के लिए बाध्य होगा
शेख का बेटा
शेख के मामले में भी यही हुआ. उसके बेटे ने पत्नी को तलाक दिया और इसके बाद उसे शहर छोड़कर दक्कन राज्य में बसना पड़ा
हरम का हिस्सा
इसके बाद उसकी पत्नी बाकी हजारों महिलाओं की तरह अकबर के हरम में खो गई.
इतिहासकारों के मुताबिक, मुगल हरम की महिलाओं को उनकी मर्जी से बाहर जाने तक की अनुमति नहीं थी. पर्दे के पीछे रहना और बादशाह को खुश रखना ही हरम की औरतों का एकमात्र काम था