मुगल हरम की रानियां तो छोड़ों दासियों की तनख्वाह भी कर देगी हैरान

Preeti Pal
Jun 23, 2023

हरम

मुग़लों ने अपनी रानियों, दासियों और रखैलों के लिए महल के अंदर ही अलग दुनिया बसा रखी थी

अकबर

बताया जाता है कि अकबर के हरम में 5 हजार से ज़्यादा औरतें थीं. चारदीवारी के अंतर ही उनके लिए ऐसा इंतजाम किया गया था कि किसी को दिक्कत न हो

दासियां

कहा जाता है कि मुगलों के हरम में रहने वाली नौकरानियों की सैलरी इतनी ज्यादा थी कि आज भी उसकी बराबरी नहीं की जा सकती

बादशाह

हरम में बादशाह के अलावा किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होती थी

सैलरी

हरम में रहने वाली एक नौकरानी की सैलरी 1000 से1600 रुपये के बीच होती थी

पैसा

आज भले ही ये आंकड़ा बहुत कम लग रहा हो, लेकिन उस जमाने में 10 रुपये में 1 तोला सोना आ जाया करता था

भारत में हरम

भारत में मुगल हरम आगरा, दिल्ली, फतेहपुर सीकरी और लाहौर में बनाए गए थे

बाबर

कई इतिहासकारों का मानना ​​है कि भारत में मुगल हरम की शुरुआत बाबर के शासनकाल में हुई थी

हरम का अंत

हालांकि, औरंगजेब का समय आया तब तक मुगल हरम का अंत हो रहा था.

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