अगर आपको इन चारों तरीकों से दूध में मिलावट का पता चलता है तो तुरंत उसे बंद करवा दें वरना आपकी किडनी और लिवर खराब होते देर नहीं लगेगी.
इसके लिए आप दूध की 4-5 बूंदों को साफ फर्श पर गिराएं. अगर दूध फर्श पर निशान छोड़े बिना बह जाए, तो समझिए मिलावट की गई है. अगर दूध धीरे-धीरे सफेद निशान छोड़ते हुए बहा तो समझिए की दूध शुद्ध है.
आप स्मेल टेस्ट के जरिए भी दूध के असली-मिलावटी होने की पहचान कर सकते हैं. इसे सूंघें, मिलावटी दूध में कोई गंध ही नहीं मिलेगी. अगर मिली तो वह बदबूदार होगी. जबकि असली दूध में खुशबू आती है.
मिलावटखोर दूध में यूरिया का पानी भी मिला देते हैं. दोनों को मिलाने पर दूध जैसा सफेद लिक्विड तैयार हो जाता है. इसके बाद इसे असली दूध में मिला दिया जाता है.
अगर आप मिलावट की जांच करना चाहते हैं, तो आधे चम्मच दूध और सोयाबीन पाउडर को साथ मिलाएं और थोड़ा हिलाएं. कुछ देर बाद इसमे लिटमस पेपर डुबोएं. अगर पेपर का रंग लाल से नीला हो जाता है, तो समझें कि दूध में यूरिया मिलाया गया है.
आप कलर टेस्ट के जरिए भी असली-मिलावटी दूध की पहचान कर सकते हैं. असली दूध का रंग आपको प्योर सफेद मिलेगा. जबकि मिलावटी दूध का रंग थोड़े गहरे रंग का सफेद मिलेगा.