मंटो ने नेहरू को क्यों लिखा था खत? क्या थी पाकिस्तानी लेखक की नाराजगी की वजह

Vinay Trivedi
May 26, 2023

पाकिस्तान चले गए थे मंटो

1947 में बंटवारे के वक्त मशहूर लेखक मंटो भारत से पाकिस्तान चले गए थे. लेकिन एक मौका ऐसा आया था जब उन्होंने तंग आकर तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू को चिट्ठी लिखी थी.

मंटो को थी ये शिकायत

दरअसल आज भी कोई भी पब्लिकेशन मंटो के नाम से किताब छाप लेता है. ऐसा ही कुछ 1947 में मंटो के पाकिस्तान चले जाने के बाद हो रहा था.

भारत में चल रहा था ये काम

मंटो की शिकायत थी कि कोई भी उनकी कहानियों को पब्लिश कर लेता है. वे पाकिस्तान में थे और उन्हें बिना बताए भारत में उनकी कहानियां छापी जा रही हैं.

मंटो को नहीं मिली रॉयल्टी

बिना पूछे मंटो की कहानियां छापे जाने के कारण उनको रॉयल्टी नहीं मिलती है. इस वजह से मंटो बहुत नाराज थे.

मंटो ने सीधा नेहरू को लिखा खत

एक दिन मंटो इतना ज्यादा गुस्सा गए और कॉपी पेन उठाया है और सीधा भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को ही लेटर लिख दिया.

नेहरू को भेजे खत में मंटो ने क्या लिखा?

मंटो ने नेहरू को अपने लेटर में लिखा कि आप भारत के प्रधानमंत्री हैं और मैं एक पाकिस्तानी लेखक.

आपने बंद किया हमारी नदियों का पानी

मंटो ने लेटर में आगे लिखा कि आपने हमारी नदियों का पानी बंद कर दिया.

पब्लिशर्स नहीं दे रहे रॉयल्टी

खत में आगे लिखा गया कि आपको देखकर दिल्ली के पब्लिशर्स ने मुझे रॉयल्टी देना बंद कर दिया है.

मंटो ने की ये शिकायत

मंटो ने अपने लेटर में शिकायत की कि भारत में उनको रॉयल्टी दिए बिना बड़ै पैमाने पर किताबें छापी जा रही हैं.

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