क्या वजह थी की 200 सालों से दीपावली को अंधेरे में मनाने पे मजबूर है ये गांव? वजह हैरान करने वाले

Zee News Desk
Aug 09, 2024

नहीं मनाते दीपावली

नए कपड़े और पटाखों के साथ दीपावली मनाते हैं लोग लेकिन पिछले 200 सालों से कर्नाटक के इस गांव ने नहीं मनाई है दीपावली.

बुराई पर अच्छाई की जीत

दीपावली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और हमें याद दिलाती है कि कैसे प्रकाश अंधकार को दूर करता है.

बुरी याद

लेकिन कर्नाटक के इस समुदाय के लिए पिछले 200 सालों से दीपावली एक अंधेरी याद की तरह है.

थिरुनारायणपुरम

मेलकोट कर्नाटक के मांड्या जिले में स्थित एक छोटा पहाड़ी शहर है. इसे थिरुनारायणपुरम के नाम से भी जाना जाता है.

कौन हैं अयंगर

मांड्यम अयंगर, अयंगर समुदाय का एक उप-संप्रदाय है जो 12वीं सदी में मेलकोट में बस गए.

टीपु सुल्तान

ऐसा माना जाता है करीब 2 शताब्दी पहले टीपु सुल्तान ने भीषण हत्याकांड को अंजाम दिया था.

सैकडों का नरसंहार

इस हत्याकांड में लगभग 800 मंड्यम अयंगर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई थी.

1783-1795

समुदाय के सदस्यों का कहना है कि यह 1783-1795 के बीच हुआ था.

बीत गए 200 साल

इसी कारण से पिछले 200 सालों से दीपावली का त्यौहार नहीं मनाते हैं मेलकोट के अयंगर समुदाय के लोग.

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