SPF का मतलब होता है "सन प्रोटेक्शन फैक्टर". यह जितना अधिक होगा, सनस्क्रीन UVB किरणों से उतनी ही बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा.
आमतौर पर, भारत जैसे सूर्य प्रकाश वाले देशों में SPF 30 या उससे अधिक की सनस्क्रीन की सलाह दी जाती है.
कई सनस्क्रीन केवल UVB किरणों से बचाती हैं, जो त्वचा को जला देती हैं. लेकिन UVA किरणें भी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और झुर्रियां पैदा कर सकती हैं.
इसलिए 'ब्रॉड स्पेक्ट्रम' लेबल वाली सनस्क्रीन चुनें जो दोनों तरह की किरणों से सुरक्षा देती है.
अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो जेल या लोशन बेस्ड सनस्क्रीन चुनें. वहीं, अगर आपकी त्वचा ड्राई है, तो क्रीम बेस्ड सनस्क्रीन बेहतर विकल्प हो सकता है.
सेंसिटिव स्किन के लिए, मिनरल सनस्क्रीन चुनें जिसमें जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम डाइऑक्साइड जैसे तत्व हों.
पसीना आने या पानी में जाने पर सनस्क्रीन धुल सकती है. इसलिए, अगर आप बाहर व्यायाम करते हैं या तैरना पसंद करते हैं, तो वाटर रेजिस्टेंट सनस्क्रीन चुनें.
कुछ सनस्क्रीन में पैराबेन्स नामक रसायन होते हैं, जिसे कुछ अध्ययनों में त्वचा के लिए सेफ नहीं बताया गया है. इसलिए, पैराबेन-फ्री सनस्क्रीन चुनना बेहतर हो सकता है.
कोई भी नया सनस्क्रीन लगाने से पहले, अपनी कोहनी पर थोड़ी मात्रा में लगाकर पैच टेस्ट करें. 24 घंटे के बाद, अगर कोई जलन, लालिमा या खुजली न हो, तो आप इसे पूरे चेहरे पर इस्तेमाल कर सकते हैं.