International Color Day: रंग कैसे हमारे मूड और व्यवहार पर असर डालते हैं

Shikhar Baranawal
Mar 21, 2024

21 मार्च

हर साल 21 मार्च को इंटरनेशनल कलर डे मनाया जाता है. आइए इस मौके पर जानते हैं कि कलर हमारे मूड पर क्या-क्या असर डालते हैं.

मन के भाव

रंग न सिर्फ आंखों को अच्छे लगते हैं बल्कि हमारे मन के भावों को भी असर डालते हैं.

कलर थेरेपी

कलर थेरेपी इसी थीयरी पर काम करता है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे रंगों के बारे में जो मनोविज्ञान के हिसाब से हमारे दिमाग पर असर डालता है.

रंगों और हार्मोन

इसका सबसे अच्छा उदाहरण आपने देखा होगा कि रात में कमरे लाइट जलने की वजह से अच्छी नींद नहीं आती है. इसका सीधा असर शरीर के हार्मोन पर होता है.

रंग का दिमाग पर असर

लाइट ऑफ करते ही राहत भरी नींद आती है. आइए जानते हैं कि अलग अलग रंगों का आपके दिमाग पर क्या असर होता है.

लाल रंग

लाल रंग का उपयोग थका हुआ या कमजोर महसूस करने वाले व्यक्ति को ऊर्जा देने के लिए किया जाता है. हालांकि, यह रंग पहले से ही तनावग्रस्त लोगों में और अधिक तनाव पैदा कर सकता है.

नीला रंग

कलर थेरेपी में डिप्रेशन और मानसिक तनाव को कम करने के लिए नीले रंग का प्रयोग करते हैं. गहरे नीले रंग में शांत करने वाले गुण होते हैं और अनिद्रा या नींद से जुड़ी अन्य समस्याओं वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.

हरा रंग

हरा रंग नेचर का रंग है. कलर थेरेपी के अनुसार, यह तनाव कम करने और व्यक्ति को शांत करने में मदद करता है.

पीला रंग

पीले रंग का उपयोग आपके मूड को बेहतर बनाने और आपको अधिक खुश और आशावादी बनाने के लिए किया जा सकता है.

नारंगी रंग

पीले रंग की तरह, नारंगी रंग का उपयोग लोगों में खुशी की भावनाएं पैदा करने के लिए किया जा सकता है. यह चमकीला गर्म रंग भूख और मानसिक गतिविधि को बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है.

(Disclaimer. यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरुर लें. Zee news इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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