अच्छे-अच्छों की हवा हो जाती है टाइट, भारत के सबसे मुश्किल ट्रेक

एडवेंचर के दीवानों की पूरी दुनिया में कोई कमी नहीं है.

कई लोग मुश्किल से मुश्किल ट्रेक पर जाते हैं, जहां रोमांच और खतरा दोनों होते हैं.

आज हम आपको भारत के सबसे मुश्किल ट्रेक के बारे में बताने जा रहे हैं.

चादर ट्रेक

चादर ट्रेक लद्दाख में जमी हुई ज़ांस्कर नदी के पार 6 दिन का होता है. यह जनवरी के आखिर से फरवरी के अंत तक या कभी-कभी मार्च के पहले हफ्ते में भी होता है.

स्टोक कांगड़ी ट्रेक

यह 20,190 फुट पर स्थित यह ट्रेक लद्दाख के हेमिस नेशनल पार्क में स्थित है. यहां से ज़ांस्कर और इंडस वैली का शानदार नजारा दिखता है. यह ऑक्सीजन की भी कमी है.

पिन पार्वती पास

रोमांच के दीवानों के लिए पिन पार्वती ट्रेक परफेक्ट लेकिन खतरनाक है. यह ट्रेक करीब 110 किलोमीटर का है. यहां मॉनसून में सबसे ज्यादा खतरा होता है. यह 11 दिन का ट्रेक 17,450 फुट की ऊंचाई पर स्थित है.

रूपकुंड ट्रेक

उत्तराखंड में 16,499 फीट पर स्थित यह ट्रेक 8 दिन का ट्रेक है. यह मई से अक्टूबर तक होता है. रूपकुंड को मिस्ट्री लेक भी कहा जाता है. यहां मानवों के कंकाल भी मिल चुके हैं.

गोइचा ला ट्रेक

यह भारत के सबसे मुश्किल ट्रेक में से एक है. यहां वही लोग जाते हैं, जिनको एंडवेंचर की दीवानगी है. यह 15,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. अप्रैल, मई, सितंबर और अक्टूबर में यह ट्रेक बेस्ट माना जाता है.

मारखा वैली ट्रेक

यह 8 दिन का ट्रेक 17,110 फीट की ऊंचाई पर है. यह बेहद खतरनाक जगहों से होकर गुजरता है. लेह स्थित इस ट्रेक के बीच कई बौद्ध मठ, मंदिर पड़ते हैं. आपको कराकोरम और लद्दाख रेंज भी देखने को मिलेगी.

नंदा देवी बेस कैंप

यह ट्रेक 17000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह ट्रेक 9 दिन में पूरा होता है. यह अप्रैल से अक्टूबर तक होता है. यह दुनिया के सबसे मुश्किल ट्रेक में से एक है.

VIEW ALL

Read Next Story