खर्राटों की वजह से बढ़ रहे तलाक, चुटकियों में यूं दूर होगी समस्या

Rachit Kumar
Apr 04, 2024

सुकून की नींद बेहद जरूरी है लेकिन खर्राटे पति-पत्नी के रिश्ते तोड़ने की एक बड़ी वजह बनकर सामने आई है.

अमेरिकन अकैडेमी ऑफ़ स्लीप मेडिसिन के एक सर्वे के मुताबिक खर्राटे यूएस में तलाक की तीसरी सबसे बड़ी वजह है.

बाकी दो वजहों में एक अवैध संबंध और दूसरा है आर्थिक विवाद यानी पैसों की लड़ाई. खर्राटों से पारिवारिक रिश्तों में भी कड़वाहट बढ़ी है.

खर्राटों वाली इस कड़वाहट का असर ये हो रहा है कि पति-पत्नी अलग अलग सो रहे हैं.

एक रिसर्च में पता चला है कि करीब 30 प्रतिशत शादीशुदा जोड़े खर्राटों की वजह से अलग-अलग सोना पसंद करते हैं.

साथ नहीं सोने की वजह से उनके रिश्तों में दूरी बढ़ जाती है और आगे चलकर ये तलाक की बड़ी वजह बनती है.

रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 57 प्रतिशत पुरुष और 40 प्रतिशत महिलाएं खर्राटे लेती हैं

भारत की बात करें तो 43 प्रतिशत लोग कभी-कभी खर्राटे लेते हैं और 20 प्रतिशत लोग नियमित तौर पर खर्राटे लेते हैं.

राहत की बात ये है कि भारत में खर्राटों की वजह से तलाक के मामले बेहद कम हैं, लेकिन ये खर्राटे अक्सर पति-पत्नी के बीच झगड़े और तनाव की वजह बन जाते हैं.

आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में लगभग 80 प्रतिशत शादीशुदा जोड़ों में से कोई एक या दोनों खर्राटे लेते हैं सिर्फ़ 20 प्रतिशत जोड़े ऐसे हैं तो खर्राटों की समस्या से बचे हुए हैं.

खर्राटे के पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं हो सकता है किसी को साइनस की समस्या हो. हो सकता है कि आपके अंदर मोटापा काफी ज्यादा हो जिसकी वजह से आप खर्राटे ले रहे हो.

ऐसा भी हो सकता है कि आपके गले और नाक के जो टिश्यू हैं उसमें कुछ दिक्कत हो और उसकी वाइब्रेशन की वजह से आपको खर्राटे की बीमारी हो जाए.

आप या तो इसके लिए थेरेपी ले सकते हैं जिससे कि यह ठीक हो जाता है या तो फिर या तो फिर इसके लिए मशीन का भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे कि जो पेशेंट है उनको खर्राटे से थोड़ा आराम मिल सके.

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