अगर आप एक या दो दशक पीछे जाएं तो नर्सरी ही बच्चे का पहला क्लास होता था
वक्त बदला और फिर दौर प्ले स्कूल का आ गया, पैरैंट्स और बच्चे ने भी इसी हिसाब से खुद को एडजस्ट कर लिया
अब मां-बाप को कंफ्यूजन रहती है कि वो अपने लाडले और लाडलियों को प्ले स्कूल में कब भेजें
भारत में ऐसा देखा गया है कि परैंट्स 2.5 से 3.5 साल की उम्र में बच्चों को प्ले स्कूल में भेजते हैं
लेकिन जरूरी नहीं है कि हर बच्चे के लिए ये उम्र सही हो, इसके लिए कुछ बातों पर गौर करना होगा
आप ये देखने की कोशिश करें कि बच्चे का सोशल इंगेजमेंट कैसा है, अगर ये सही है तो वो प्ले स्कूल के लिए रेडी है
अगर बच्चा माता या पिता के बिना नहीं रह पाता, तो उसको प्ले स्कूल में रखना परेशानी भरा हो सकता है
पैरेंट का नजरिया भी अहम होता है, अगर आप ये सोचकर बच्चे को प्ले स्कूल भेज रहे हैं कि वो जनीयस होकर लौटेगा तो, ये गलत है
प्ले स्कूल में जाने से बच्चों का दिमाग खुलता है और वो नए लोगों और दोस्तों से इंटरैक्ट करना सीखता है